Thursday, July 3, 2014

ऐ ख़ुदा .....

ऐ ख़ुदा,
तुने गुल को गुलशन में जगह दी,
पानी को दरिया में जगह दी,
तू उसको जन्नत में जगह देना,
जिसने मुझे अपने "दिल" में जगह दी..


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